जीवन में हर किसी का कोई न कोई लक्ष्य होता है। हर व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करता है। जीवन में लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और सही रणनीति की भी जरूरत होती है। वीएसएस मणि की कहानी भी कुछ ऐसी ही दिलचस्प है, जिन्होंने न सिर्फ अपने सपनों को पूरा किया है, बल्कि हजारों लोगों को नौकरी भी दिया है। मणि ने एक गैरेज से अपने बिजनेस की शुरुआत की औक जस्ट डायल जैसी करोड़ों की कंपनी के मालिक बने।
वीएसएस मणि जमशेदपुर के रहने वाले हैं, लेकिन उनका पालन पोषण कोलकाता में हुआ। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इश वजह से उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी। परिवार के सपोर्ट के लिए उन्होंने येलो पेजे में सेल्समैन के रूप में काम करना शुरू किया। कंपनी में काम करने के साथ उन्होंने बिजनेस करने की सोची।
उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत ASKME नाम से एक कंपनी की शुरुआत की। उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली और उन्होंने इस बिजनेस को बंद कर दिया। उन्होंने इसमें जो गलतियां की उससे सीख लेकर उन्होंने 1994 में जस्ट डायर की नींव रखी। उन्हें पैसों की जरूरत की और इसके लिए उन्होंने अपनी पत्नी के गहने बेचे और 50 हजार रुपए का निवेश किया। इस कंपनी से उन्हें कुछ ही महीने में 2 से 3 लाख का मुनाफा हुआ।
जस्ट डायर भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाली बेवसाइट बन चुकी है। इस कंपनी से मणि देशभर में छा गए। ये कंपनी आज लगभग 2200 करोड़ से अधिक की कंपनी बन चुकी है। दिन पर दिन कंपनी चौगुनी तरक्की कर रही है। ग्राहकों पर अधिक ध्यान देने की वजह से उन्हें लगातार मुनाफा हो रहा है।