IAS Success Story: हिंदी मीडियम से की पढ़ाई, लाख परेशानी आने के बाद भी नहीं मानी हार,जाने सुकृति माधव मिश्रा की कहानी

हिंदी मीडियम से की पढ़ाई, लाख परेशानी आने के बाद भी नहीं मानी हार,जाने सुकृति माधव मिश्रा की कहानी

हर साल लाखों की संख्या में विद्यार्थी यूपीएससी की परीक्षा में बैठते हैं.इस परीक्षा को पास करने के लिए देश के कोने-कोने में हर साल लाखों विद्यार्थी बड़े बड़े संस्थानों में कोचिंग भी करते हैं. कड़ी मेहनत सही रणनीति अपनाकर कई विद्यार्थी पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर लेते हैं लेकिन कई ऐसे होते हैं जो लगातार असफल होने के बाद भी कोशिश नहीं छोड़ते और अंततः सफल होकर दिखाते हैं.

कई ऐसे लोग होते हैं जिनका मानना होता है कि यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए आपको अंग्रेजी आना बहुत आवश्यक है.आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम से की और उसके बाद लाखों की नौकरी छोड़कर यूपीएससी की परीक्षा पास कर लिया.

हिंदी मीडियम से की पढ़ाई:

हम आपको IPS सुर्कीति माधव मिश्र की कहानी बता रहे हैं. माधव मूल रूप से बिहार के मलयपुर गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई हिंदी मीडियम से ही किया. उनके पिता सरकारी स्कूल में हेडमास्टर थे. लेकिन उनके साथ एक टाइम में ऐसा मौका आ गया था जब उन्होंने अपनी पढ़ाई सरकारी स्कूल से किया और उसके बाद 12वीं की पढ़ाई भी सरकारी स्कूल से ही किया.

उन्होंने 12वीं के बाद आईआईआईटी भुवनेश्वर से बीटेक किया.बीटेक करने के बाद उनकी नौकरी कोल इंडिया में लग गई लेकिन वह हमेशा से समाज सेवा करना चाहते थे. समाज सेवा का जुनून के कारण उन्होंने वह नौकरी छोड़ दिया और यूपीएससी का तैयारी करने लगे यूपीएससी की तैयारी के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपना सपना पूरा कर दिखाया.

वे साल 2014 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए और पहली बार में ही उनका चयन IRS में हो गया.लेकिन उनकी इच्छा IPS बनने की थी. यही वजह थी कि उन्होंने साल 2015 में एक बार फिर एग्जाम देने का फैसला किया.दूसरे प्रयास में उनकी 200 रैंक आई और IPS मिल गया.

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