कभी पिता के साथ खेती करते थे रवि कुमार, हिंदी मीडियम से पढ़ाई करके 3 बार पास किया UPSC एग्जाम

कभी पिता के साथ खेती करते थे रवि कुमार, हिंदी मीडियम से पढ़ाई करके 3 बार पास किया UPSC एग्जाम

UPSC परीक्षा में सफल हो पाना आसान नहीं है। इस परीक्षा को पास करना लाखों उम्मीदवारों का सपना होता है। वहीं लोगों का मानना है कि हिंदी मीडियम में पढ़ने वाला स्टूडेंट यूपीएससी परीक्षा पास करने में सफल नहीं हो पाता है। लेकिन ये सिर्फ एक मिथ है, रवि कुमार सिहाग इसके जीते जागते उदाहरण है। जिन्होंने हिंदी मीडियम से पढाई करने के बावजूद देश के सबसे कठिन माने जाने वाली यूपीएससी सीएसई परीक्षा को एक नहीं दो नहीं, तीन बार क्रैक किया।

आईएएस रवि कुमार सिहाग राजस्थान के श्री गंगा नगर जिले के रहने वाले हैं।उनके पिता एक साधारण से किसान हैं। पूरा परिवार खेती और किसानी से जुड़ा हुआ है। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान खेती करने में भी वह अपने पिता का पूरा समर्थन करते थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का ख्वाब देखा। रवि आईएएस बनाना चाहते थे पर 2 बार रैंक अच्छा न होने के कारण उनका IAS बनाने का सपना अधूरा रह गया, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरे प्रयास में 18वीं रैंक हासिल कर अपना आईएएस बनने का सपना पूरा किया। कौन कहता है कि हिंदी मीडियम यूपीएससी पास करने में बाधा डालती है। रवि उनमें से एक है जिन्होंने हिंदी मीडियम से पढ़ाई करके आईएएस बनने का सपना पूरा किया।

रवि कहते हैं कि- सही दिशा और दशा में रहकर परिश्रम किया जाए तो इस परीक्षा को किसी भी भाषा में क्रैक किया जा सकता है। हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा को भी पढ़ना महत्वपूर्ण है, क्योंकि कामकाज और अन्य स्थानों पर अंग्रेजी के उपयोग को नाकारा नहीं जा सकता है। अगर स्टूडेंट थोड़ी बहुत भी अंग्रेजी जानते हैं तो वह अंग्रेजी के नोट्स को हिंदी में ट्रांसलेट कर सकते हैं, क्योंकि अभ्यर्थियों के लिए हिंदी में बहुत कम स्टडी मटेरियल होता है।

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