52 साल की उम्र में NEET परीक्षा को किया क्लियर, गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाने के लिए उठाया कदम.

 

52 साल की उम्र में NEET परीक्षा को किया क्लियर, गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाने के लिए उठाया कदम.

इंडियन टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी का रिजल्ट जारी कर दिया है. नीट की रिजल्ट सामने आने के बाद छात्रों के बीच खुशी की एक अलग लहर सी दौड़ गई है. डॉक्टर बनने की तमन्ना रखने वाले छात्र इस परीक्षा का रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. रिजल्ट के सामने आने के बाद छात्रों ने अपने अपने अंक रिजल्ट में देखा. नीट 2022 की परीक्षा की टॉपर के बारे में बात करें तो इस बार राजस्थान के रहने वाले तनिष्का ने इस परीक्षा को टॉप किया है. उन्होंने इस परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है, जिसके बाद चारों तरफ उनकी वाहवाही हो रही है.

नीट के रिजल्ट सामने आने के बाद एक हैरान कर देने वाली उस खबर सामने आई है. आपको बता दें कि इस परीक्षा को देने वाले छात्रों की उम्र लगभग 16 साल से लेकर 22 साल तक होती है. लेकिन आपको बता दें कि इस बार इस परीक्षा को पास करने वाले छात्रों की सूची में एक ऐसा छात्र है, जो बाकी सब से काफी हटकर है. हम जिस छात्र के बारे में बात कर रहे हैं उनका नाम प्रदीप कुमार सिंह है. मालूम हो कि प्रदीप कुमार सिंह भारत के राज्य गुजरात के रहने वाले हैं. प्रदीप कुमार सिंह के बारे में इन दिनों लोग बातें कर रहे हैं. यही नहीं बल्कि वह सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल भी हो रहे हैं.

52 साल की उम्र में NEET परीक्षा को किया क्लियर, गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाने के लिए उठाया कदम.

प्रदीप कुमार सिंह के सोशल मीडिया पर वायरल होने के पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि, उन्होंने नीट की परीक्षा को 52 साल की उम्र में पास किया है. लगभग तीन दशक पहले प्रदीप कुमार ने पढ़ाई छोड़ दी थी. लेकिन 3 दशक के बाद प्रदीप कुमार ने यह परीक्षा पास की है. हालांकि इस परीक्षा को पास करने के पीछे प्रदीप कुमार सिंह के अपने कुछ राज हैं. मीडिया से बात करते हुए प्रदीप कुमार सिंह कहते हैं कि, “52 की उम्र में मैंने 98.98 परसेंटाइल हासिल किया. मेडिक कॉलेज ज़इन करने की कोई मंशा नहीं है. मैं गरीब छात्रों के लिए फ़्री नीट कोचिंग शुरू करना चाहता हूं”.

हमारे देश में काफी कम ऐसे शिक्षक देखने को मिलते हैं, जो छात्रों के लिए इतना कुछ करते हैं. प्रदीप कुमार सिंह ने इस परीक्षा को केवल इसलिए पास किया है, ताकि वह मुफ्त में इस परीक्षा को पास करने वाले या फिर इस परीक्षा को पास करने का सपना रखने वाले छात्रों को मुफ्त में पढ़ा सकें. जब सोशल मीडिया पर प्रदीप कुमार सिंह के बारे में बातें होने लगी, तब लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की.

Post a Comment

Previous Post Next Post