140 किस्म के धान उगाने का रिकॉर्ड बनाया, अब मोती की खेती से कर रहे हैं लाखों रुपए की कमाई

 

140 किस्म के धान उगाने का रिकॉर्ड बनाया, अब मोती की खेती से कर रहे हैं लाखों रुपए की कमाई

भारत की ज्यादातर आबादी का घर खेती किसानी के दम पर चलता है. भले ही हम कितने भी आधुनिक हो चुके हैं लेकिन आज भी भारत के किसानों की स्थिति कुछ खास नहीं है. इसकी वजह है भारतीय किसान तकनीक के माध्यम से खेती करने को लेकर ज्यादा जागरूक नहीं हैं. वहीं कुछ गिने-चुने ऐसे भी किसान हैं. जिन्होंने खेती करने के तरीकों को बदल कर रख दिया है और इसी के दम पर अच्छा खासा मुनाफा भी कमाते हैं. इन्हीं में से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के एक छोटे से गांव के रहने वाले किसान रमेश सिंह भी हैं. जो एक अलग तरह की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमाते हैं. रमेश सिंह ने कुछ बरस पहले अपने खेत में तालाब खुदवा कर मोती की खेती करना शुरू किया था और अब इसी के दम पर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं.

कर चुके हैं 140 किस्म के धान की खेती

140 किस्म के धान उगाने का रिकॉर्ड बनाया, अब मोती की खेती से कर रहे हैं लाखों रुपए की कमाई

छोटे से तालाब में मोती की खेती करके अच्छा खासा पैसा कमाने वाले रमेश सिंह के नाम एक अनोखा रिकार्ड दर्ज है। उन्होंने बीते कुछ साल पहले 140 किस्म के धान उगाने का रिकॉर्ड बनाया था. बातचीत में रमेश सिंह ने बताया कुछ समय पहले उन्होंने अपने खेत के छोटे से हिस्से में खुदवाकर पानी भरवा दिया और फिर उसमें सिपिग के जरिए मोती के बीज रूप दिए गए थे. उन्होंने कहा शुरुआत में उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी थी, लेकिन जल्द ही इसका फल भी उन्हें मिल गया और 200 मोती पहली बार में प्राप्त हुए थे. वर्तमान समय में यह 10,000 से अधिक बीज तालाब में डालते हैं. जिसके बाद कम से कम 40 से 50 लाख का इनका मुनाफा हो जाता है. इनके द्वारा उगाए गए आर्टिफिशियल मोती की मांग भारतीय मार्केट में काफी ज्यादा है. इसके अलावा विदेशों में भी इस मोती की काफी मांग है. यही वजह है इनके द्वारा तैयार किए गए मोती काफी भारी मात्रा में बिकते हैं.

कृषि विश्वविद्यालय से किया गया सम्मानित

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बता दें, रमेश सिंह को बीते दिनों ही कानपुर के कृषि विश्वविद्यालय ने सम्मानित किया था. इसके अलावा इन्हें हर संभव मदद देने की भी बात की गई थी. बता दें, अगर आप भी इस खेती को करना चाहते हैं तो इसके लिए मीठे पानी की जरूरत होती है और कुछ जगह आपके पास होनी चाहिए. एक्सपर्ट बताते हैं इस खेती को आप देश के किसी भी हिस्से में कर सकते हैं, लेकिन उससे पहले वैज्ञानिक ट्रेनिंग की जरूरत होती है. इसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण लगाना बेहद जरूरी होता है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप इसके दम पर ज्यादा कुछ हासिल नहीं कर सकते. बता दें, इसके लिए समय-समय पर सिफा (Cifa) ट्रेनिंग का आयोजन करता रहता है. इससे ट्रेनिंग लेकर आप बारीकियां सीख सकते हैं और इसके दम पर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं.

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